नाम- इल्तिजा मुफ्ती
उपनाम- सना
माता का नाम- श्रीमती महबूबा मुफ्ती
पिता का नाम- श्री जावेद इकबाल शाह
शिक्षा- राजनीति विज्ञान (स्नातक), अंतरराष्ट्रीय संबंध (स्नातकोत्तर)
जन्मतिथि / उम्र- 37 वर्ष (1986)
जन्म स्थान- श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर
व्यवसाय / पेशा- राजनेता (बिजबेहारा विधानसभा से PDP उम्मीदवार)
राजनीतिक पार्टी- जम्मू & कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी
पद- मीडिया सलाहकार (महबूबा मुफ्ती)
जीवनसाथी का नाम- अविवाहित
आरोप- कोई नहीं
विदेश यात्रा- इंग्लैंड, यूएई
जाति और धर्म- मुफ्ती, इस्लाम
इल्तिजा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी है। जब घाटी से केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 हटाने की घोषणा की गई तब इल्तिजा घाटी की आवाज़ बनकर उभरीं और इनकी माता महबूबा मुफ्ती ने इन्हें अपना मीडिया एडवाइजर नियुक्त किया। 2024 के आम चुनावों में इल्तिजा ने अपनी माता महबूबा के लिए अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट के लिए चुनावी प्रचार-प्रसार किया था। मगर इनकी माता और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती चुनाव हार गईं। इनके नाना मुफ्ती मोहम्मद सईद भी जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके है। इल्तिजा मुफ्ती परिवार की तीसरी पीढ़ी है, जो परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। इल्तिजा मुफ्ती सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती है।
इनकी प्राथमिक शिक्षा कश्मीर से हुई और दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज से इन्होंने राजनीतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन किया है। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड की वारविक विश्वविद्यालय गई, जहां से इन्होंने अंतरराष्ट्रीय संबंध विषय से स्नातकोत्तर किया है।
इनके नाना और माता जम्मू-कश्मीर की राजनीति में बड़े राजनेताओं में गिने जाते हैं और दोनों ही जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर रहे हैं। इल्तिजा का जीवन राजनीतिक माहौल में बीताा है। परिवार की राजनीतिक विरासत इल्तिजा को राजनीति में आने के लिए प्रेरित करती है। इल्तिजा अभी अविवाहित है और घाटी की राजनीति में पूरी तरह सक्रिय दिखाई देती है। इल्तिजा की छोटी बहन इरतिका इकबाल है। इरतिका मुंबई में रही है और फिल्म इंडस्ट्री में काम करती है। इल्तिजा लंदन में स्थित भारतीय उच्चायोग में भी काम कर चुकी है। पिता की तरफ से इल्तिजा का सरनेम इकबाल है तो माता की तरफ से मुफ्ती है।
इल्तिजा की माता महबूबा मुफ्ती और पिता जावेद इकबाल शाह का प्रेम विवाह हुआ था। मगर दोनों का रिश्ता पारिवारिक कलह और राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के चलते ज्यादा समय नहीं चल सका। इकबाल शाह ने 2008 में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सदस्यता ग्रहण की और चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बाद में इकबाल शाह नेशनल कॉन्फ्रेंस से अलग हो गए। शाह को घाटी में एनिमल राइट एक्टिविस्ट के तौर पर भी जाना जाता है।
राजनीतिक परिवार से होने के बावजूद इल्तिजा सियासत से काफी दूर रहीं मगर 2019 में केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद इल्तिजा की दिलचस्पी जम्मू-कश्मीर की राजनीति में बढ़ने लगी। केंद्र सरकार ने इल्तिजा की माता महूबबा मुफ्ती समेत घाटी के कई प्रमुख राजनेताओं को हिरासत में ले लिया। यही से इल्तिजा राजनीति में प्रवेश करती है और अपनी माता महबूबी मुफ्ती के सोशल मीडिया की जिम्मेदारी संभालनी शुरू कर देती है। इल्तिजा अक्सर कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर बात करती नज़र आती है।
इस बार (विधानसभा चुनाव- 2024) जम्मू-कश्मीर की बिजबेहरा-श्रीगुफवारा विधानसभा सीट से इल्तिजा मुफ्ती चुनाव लड़ रही है। चुनाव में इनके सामने नेशनल कॉन्फ्रेंस के अनुभवी नेता बशीर अहमद शाह (वीरी) और भाजपा के सोफी यूसुफ हैं। अपने चुनावी हलफनामे में इल्तिजा ने खुद को ऑथर, राइटर और कंसल्टेंट बताया है। इल्तिजा मुफ्ती के ज्यादा राजनीतिक अनुभव नहीं है और यह विधानसभा चुनाव उनका पहला चुनाव है। इल्तिजा घाटी की चर्चित (राजनीतिक) मुफ्ती परिवार से संबंध रखती है, जिसका फायदा इन्हें चुनावों में हो सकता है।
बिजबेहरा-श्रीगुफवारा विधानसभा सीट मुफ्ती परिवार की परम्परागत सीट रही है। 1996 में महबूबा मुफ्ती ने बिजबेहरा सीट से चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। इल्तिजा मुफ्ती का बिजबेहरा-श्रीगुफवारा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय अपनी माता महबूबा की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाना माना जा सकता है। इसके अलावा यह सीट मुफ्ती परिवार के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती है। इसलिए इस सीट को इल्तिजा मुफ्ती द्वारा राजनीतिक शुरुआत के लिए चुनना भी एक कारण हो सकता है। इस बार महबूबा मुफ्ती विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रही है। ऐसे में इल्तिजा का राजनीति में कदम रखना उनके लिए फायदेमंद हो सकता है।
अगर इनकी राजनीतिक उपलब्धियों की बात करें तो इन्होंने अभी तक सिर्फ अपनी माता महबूबा मुफ्ती के लिए मीडिया एडवाइजर की भूमिका निभाई है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव 2024 में इन्होंने अपनी माता महबूबा मुफ्ती के लिए अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार किया था। सक्रिय राजनीति में इन्हें ज्यादा समय नहीं हुआ है। इस बार के विधानसभा चुनाव में इल्तिजा ने पहली बार चुनावी राजनीति में कदम रखा है।
चुनाव आयोग के दिए हलफनामे के अनुसार इनकी कुल संपत्ति 28 लाख रुपये है। इनके पास 25 लाख के सोने-चांदी के गहने और 3 लाख कैश है। इसके अलावा इनके पास किसी भी तरह की कोई चल-अचल संपत्ति नहीं है। ना ही इनके ऊपर किसी प्रकार की देनदारी है और ना ही कोई कार, इंश्योरेंस, प्रॉपर्टी या घर है।
प्रश्न- इल्तिजा मुफ्ती कौन है ?
उत्तर- जम्मू-कश्मीर की नेत्री एवं महबूबा मुफ्ती की बेटी हैं।
प्रश्न- इल्तिजा मुफ्ती कितनी पढ़ी-लिखी है ?
उत्तर- पोस्ट ग्रेजुएट (MA) तक की पढ़ाई की है।
प्रश्न- इल्तिजा मुफ्ती की उम्र कितनी है ?
उत्तर- 37 वर्ष
प्रश्न- इल्तिजा मुफ्ती के माता-पिता कौन है ?
उत्तर- माता- महबूबा मुफ्ती, पिता- जावेद इकबाल शाह
प्रश्न- इल्तिजा मुफ्ती कहां से चुनाव लड़ रही है ?
उत्तर- जम्मू-कश्मीर की बिजबेहारा विधानसभा से PDP उम्मीदवार के तौर पर
प्रश्न- इल्तिजा मुफ्ती कौन सी राजनीतिक पार्टी की नेत्री है ?
उत्तर- जम्मू & कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी
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