आतिशी सिंह
मुख्यमंत्री, दिल्ली (कालकाजी- विधायक)
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आतिशी सिंह

मुख्यमंत्री, दिल्ली (कालकाजी- विधायक)

Table of Content

  • आतिशी सिंह की जीवनी, प्रारंभिक शिक्षा और राजनीति इतिहास
  • आतिशी सिंह की शिक्षा
  • आतिशी सिंह का वैवाहिक व पारिवारिक जीवन
  • आतिशी सिंह का राजनीतिक कैरियर
  • आतिशी सिंह की उपलब्धियाँ
  • आतिशी सिंह की संपत्ति
  • आतिशी सिंह को लेकर विवाद
  • आतिशी सिंह पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-

आतिशी सिंह की जीवनी, प्रारंभिक शिक्षा और राजनीति इतिहास


नाम- आतिशी मार्लेना सिंह

माता का नाम- श्रीमती त्रिप्ता वाही

पिता का नाम- श्री विजय सिंह

शिक्षा- बीए- दिल्ली विश्वविद्यालय, विज्ञान (पोस्ट ग्रेजुएशन)- ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी

जन्मतिथि / उम्र- 8 जून 1981 (43 वर्ष)

जन्म स्थान- दिल्ली

व्यवसाय / पेशा- राजनीतिज्ञ

राजनीतिक पार्टी- आम आदमी पार्टी (आप)

पद- दिल्ली की मुख्यमंत्री, कालकाजी से विधायक

जीवनसाथी का नाम- प्रवीण सिंह

बच्चों का नाम- ज्ञात नहीं

बहन- रोज़ा बसंती

आरोप- कोई नहीं

विदेश यात्रा- इंग्लैंड

जाति और धर्म- पंजाबी राजपूत, हिंदू


आतिशी सिंह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं हैं। आतिशी एक अच्छे शिक्षित परिवार से आती हैं। इनके पति प्रवीण सिंह आईआईटी से पढ़े है और खुद आतिशी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया हुआ है। आतिशी के माता-पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर रहे हैं। इन्होंने मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर भी काम किया है। आतिशी अन्ना आंदोलन से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हुई और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपनी मेहनत और कुशलता से आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी हैं।


आतिशी सिंह की शिक्षा

इनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से हुई है। 2001 में इन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से इतिहास में ग्रेजुएशन किया और इसके बाद पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए इंग्लैंड चली गई। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से इन्होंने विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की। इस बीच इन्होंने आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में इतिहास और अंग्रेजी के अध्यापिका के रूप में नौकरी की।


आतिशी सिंह का वैवाहिक व पारिवारिक जीवन


इनकी शादी मिर्जापुर के प्रवीण सिंह से हुई है। प्रवीण सिंह आईआईटी और आईआईएम से पढ़े हुए हैं और सामाजिक कार्यों में काफी सक्रिय रहते हैं। ग्रामीण क्षेत्र में कृषि उत्थान और सामाजिक स्तर को बेहतर करने के लिए काम कर चुके हैं। आतिशी का ससुराल मिर्जापुर के मझवा विधानसभा क्षेत्र के अंनतपुर गांव में है। इनके ससुर आईसीएआर के पूर्व अध्यक्ष और बीएचयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर पंजाब सिंह हैं। आतिशी और प्रवीण के बीच मध्यप्रदेश में सामाजिक कार्य करने के दौरान जान-पहचान हुई। यही से इन दोनों की प्रेम कहानी शुरू हुई और बाद में दोनों ने शादी कर ली। प्रवीण सिंह मीडिया और सामाजिक चर्चाओं से दूर रहते हैं। प्रवीण सद्भावना इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी जैसे संस्थानों से जुड़े हुए हैं। समाज सेवा के क्षेत्र में आने से पहले प्रवीण एक अमेरिकी कंसल्टेंसी फर्म को अपनी सेवा दे चुके हैं।

आतिशी के माता-पिता ने आतिशी के सरनेम में कार्ल मार्क्स व लेनिन के नामों के अक्षरों को जोड़कर ‘मार्लेना’ रखा था। इसे बाद में आतिशी धार्मिक विवादों एवं राजनीतिक कारणों के चलतेलगाना बंद कर दिया। इनकी बहन रोज़ा का नाम इनके माता-पिता ने पोलैंड के मार्क्सवादी नेता रोज़ा लक्जमबर्ग के नाम पर रखा है। आतिशी पंजाबी राजपूत परिवार से संबंध रखती हैं।


आतिशी सिंह का राजनीतिक कैरियर

इनकी आम आदमी पार्टी में एंट्री स्थापना के समय ही हो गई थी। हालांकि आतिशी आम आदमी पार्टी की कोर टीम में शामिल नहीं थी। 2013 के विधानसभा चुनाव के समय आम आदमी पार्टी (आप) की घोषणापत्र मसौदा समिति की प्रमुख सदस्यों में से एक रहीं है। आतिशी ने आम आदमी पार्टी में उसकी नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाई हैं। वर्ष 2015 से 2019 तक दिल्ली के तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रहीं हैं।


आतिशी सिंह ने पहली बार 2019 के आम चुनावों में आम आदमी पार्टी से पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा। इस चुनाव में इन्हें किक्रेटर भाजपा के प्रत्याशी गौतम गंभीर से हार का सामना करना पड़ा और तीसरे स्थान पर रहीं। दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 में आतिशी ने कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को जेल होने और उनके द्वारा मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद 2023 में आतिशी दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री बनीं।


इस दौरान आम आदमी पार्टी के कई नेताओं के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और सीएम केजरीवाल सहित कई नेताओं को जेल जाना पड़ा। आम आदमी पार्टी के लिए इस मुश्किल वक्त में आतिशी ने संकट मोचक के रूप में काम किया। जल संकट के वक्त आतिशी भूख हड़ताल पर भी रहीं। आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल जब अपने ही पार्टी के नेताओं पर हमला बोल रहीं थी, तब आतिशी आगे आईं और पार्टी के लिए जवाबी मोर्चा संभाला।


2020 का दिल्ली विधानसभा चुनाव आतिशी के लिए राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण रहा है, क्योंकि इस चुनाव से इनकी चुनावी राजनीति की शुरुआत हुई। इसके बाद से आतिशी लगातार आम आदमी पार्टी में अपनी भागीदारी बढ़ाती गईं। 15 सिंतबर 2024 को दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की और नये मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी सिंह के नाम की घोषणा की। आतिशी सिंह आम आदमी पार्टी की पहली और दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं।


दिल्ली की सीएम बनाने के ऐलान पर आतिशी बोलीं- ''जब तक मैं सीएम हूं, मेरा एक ही मकसद है कि अरविंद केजरीवाल को फिर से सीएम बनाना है। मैं अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में काम करूंगी। मैं आज दिल्ली की दो करोड़ जनता की तरफ से यही कहना चाहती हूं कि दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उसका नाम अरविंद केजरीवाल है।''


आतिशी सिंह की उपलब्धियाँ


बतौर राजनेत्री आतिशी सिंह के पास ज्यादा उपलब्धियाँ तो नहीं हैं, मगर कम समय में राजनीतिक के शीर्ष तक पहुंचा उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ और कुशलता को दर्शाता है।


2020- पहली बार कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनीं।

2023- दिल्ली सरकार में शिक्षा, वित्त, बिजली जैसे 14 बड़े विभागों की मंत्री बनीं

2024- दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री बनीं


लोकसभा चुनाव- 2019 के दौरान भाजपा द्वारा आतिशी की जाति का मुद्दा उठाया गया। इसके जवाब में मनीष सिसोदिया ने कहा- “आतिशी सिंह है, उसका पूरा नाम। राजपूतानी है और पक्की क्षत्राणी... झांसी की रानी है। बच के रहना.. जीतेगी भी और इतिहास भी बनाएगी।”

आम आदमी पार्टी की वेबसाइट के अनुसार- पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार रहते हुए आतिशी सिंह ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने, स्कूल मैनेजमेंट कमिटियों के गठन और निजी स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए कड़े फैसले और कठोर नियम बनाने में अहम भूमिका निभाई।


आतिशी सिंह की संपत्ति


चुनाव आयोग को दिए चुनावी हलफनामे के अनुसार इनकी संपत्ति 1.41 करोड़ रुपये है, जिसमें से एक करोड़ बैंक, वित्तीय संस्थानों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों में जमा है। इसके अलावा एनएसएस और डाक बचत में 18.60 लाख और एलआईसी व अन्य पॉलिसियों में पांच लाख रुपये हैं। आतिशी सिंह के पास ना अपना घर है और ना ही अपने नाम पर कोई जमीन व गाड़ी है। इनके ऊपर किसी भी प्रकार की कोई देनदारी नहीं है।


आतिशी सिंह को लेकर विवाद


बतौर राजनेता आतिशी सरल, शिक्षित और सभ्य स्वभाव की राजनेता के रूप में जानी जाती है। इसके बावजूद अपने नाम को लेकर आतिशी खूब चर्चाओं में रही हैं। आतिशी के माता-पिता ने बचपन में ही उनके नाम के आगे मार्लेना शब्द लगाया था। आतिशी के माता-पिता वामपंथी विचारधारा से जुड़े थे। आतिशी के नाम को लेकर इनके विपक्षी इनके ऊपर तरह-तरह के आरोप लगाते आए हैं। 2018 में आतिशी ने अपने माता-पिता द्वारा दी गई उपाधि या उपनाम मार्लेना शब्द को अपने नाम से हटा दिया या अपने नाम के आगे लगाना बंद कर दिया।


आतिशी सिंह पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-


प्रश्न- आतिशी सिंह का जन्म कब और कहां हुआ था ?

उत्तर- 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ।


प्रश्न- आतिशी सिंह के माता-पिता का क्या नाम है ?

उत्तर- माता- त्रिप्ता वाही और पिता- विजय सिंह


प्रश्न- आतिशी सिंह दिल्ली की कौन-सी नंबर की मुख्यमंत्री है ?

उत्तर- आठवीं नंबर (तीसरी महिला मुख्यमंत्री)


प्रश्न- आतिशी सिंह की बहन का क्या नाम है ?

उत्तर- रोज़ा बसंती


प्रश्न- आतिशी सिंह ने पहला चुनाव कब और कहां से लड़ा था ?

उत्तर- पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से 2019 में लड़ा।


प्रश्न- आतिशी सिंह के पति का क्या नाम है ?

उत्तर- प्रवीण सिंह

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