महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘मुख्यमंत्री कुटुंब भेट’ के नाम से एक पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के नागरिकों तक महाराष्ट्र सरकार द्वारा लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी और पहुंच को सुनिश्चित करना है।
अभियान का उद्देश्य- राज्य के सभी परिवारों को प्रदेश सरकार द्वारा 10 प्रमुख सरकारी योजनाओं के बारे में सूचित करना है। साथ ही यह सत्यापित करना है कि उन्हें इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं। इस अभियान के जरिए जिन्हें प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उन्हें सहायता कर योजनाओं से जोड़ा जाएगा।
व्यक्तिगत भागीदारी- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्वयं राज्य की जनता व परिवारों से मिलकर इस अभियान की शुरुआत की है। सरकार का उद्देश्य ना केवल योजनाओं को बढ़ावा देना है बल्कि इस अभियान के जरिए योजनाओं के कार्यान्वयन और प्रभावशीलता पर प्रत्यक्ष प्रतिक्रियाएँ भी एकत्र करना है।
अभियान का दायरा- मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर शिवसेना के प्रत्येक कार्यकर्ता को प्रतिदिन 15 परिवारों से मिलना है। इस अभियान के जरिए जमीनी स्तर पर जाकर प्रदेश के एक करोड़ से अधिक परिवारों को कवर करना है। सरकार और जनता के बीच प्रत्यक्ष संवाद और योजनाओं की सूचना का प्रसार-प्रचार पर जोर दिया जाएगा।
राजनीतिक संदर्भ- यह अभियान शिंदे सरकार द्वारा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले शुरू किया गया है। इसमें सरकार की मतदाताओं से जुड़ने की व्यापक रणनीति दिखाई देती है। इस तरह की राजनीतिक पहल राजस्थान और मध्यप्रदेश जैसे अन्य राज्यों में इससे पहले भी हो चुकी है।
राजनीतिक रणनीति- इस अभियान के पीछे एकनाथ शिंदे की शिवसेना का अन्य राजनीतिक गुटों के साथ प्रतिस्पर्धा के बीच अपनी राजनीतिक जमीन को बनाए रखने या दोबारा हासिल करने की रणनीति भी दिखाई देती है।
योजनाओं का विस्तार- इस अभियान से पहले प्रदेश सरकार ने अपनी विभिन्न योजनाओं के (विशेष रूप से लड़की बहिन योजना) पंजीकरण की तिथि 30 सितंबर 2024 तक आगे बढ़ाई है। इसके पीछे सरकार द्वारा अधिक संख्या में लाभार्थियों को शामिल करने के प्रयास दिखाई देते हैं।
इस तरह के अभियान भारतीय राजनीति में सरकार और राजनीतिक पार्टियों के व्यापक प्रवृत्ति को दर्शाता है। कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से मतदाताओं तक सीधी पहुंच बनाना चुनाव के समय काफी महत्वपूर्ण हो जाता है, जो सत्ताधारी राजनीति पार्टी को चुनावों में फायदा पहुंचता है।