
राजस्थानकी सियासत में इन दिनोंअंता विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मियाँ जोरोंपर हैं। इस उपचुनावमें भाजपा ने पूरी ताकतझोंक दी है, औरपार्टी की एकजुटता कासबसे बड़ा संदेश तबदेखने को मिला जबमुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्रीवसुंधरा राजे एक मंच परनजर आए। मांगरोल (बारां) में भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन के समर्थन मेंदोनों दिग्गज नेताओं का संयुक्त रोड शो पूरे क्षेत्र मेंचर्चा का केंद्र बनगया।
राजस्थानभाजपा में लंबे समयसे संगठनात्मक और नेतृत्व स्तरपर विभिन्न धारणाएँ बनती रही हैं।मगर मांगरोल का यह रोडशो उस धारणा कोतोड़ने वाला साबित हुआ।वसुंधरा राजे और भजनलालशर्मा की संयुक्त उपस्थितिने न केवल कार्यकर्ताओंका मनोबल बढ़ाया, बल्कि विपक्ष को यह संदेशभी दिया कि भाजपापूरी तरह एकजुट होकरमैदान में उतरी है।भीड़ का उत्साह औरनेताओं का जोश इसबात का प्रमाण थाकि पार्टी में अब किसीप्रकार की अंतर्कलह नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयास का दौर चलपड़ा है।
मांगरोलकी गलियों में जब मुख्यमंत्रीभजनलाल शर्मा और पूर्व सीएमराजे साथ में रोडशो पर निकले, तोहर तरफ “भाजपा जिंदाबाद” और “मोरपाल सुमन विजयी हों” के नारों कीगूंज सुनाई दी। सड़कों परउमड़ी भारी भीड़ नेइसे एक जनसमर्थन केउत्सव में बदल दिया।स्थानीय जनता में इसबात को लेकर खासाउत्साह था कि राज्यके दोनों शीर्ष नेता एक मंचसे अपील कर रहेहैं।
राजनीतिकविश्लेषकों का मानना हैकि यह रोड शोभाजपा के लिए मनोवैज्ञानिकबढ़त साबित हो सकता है।इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं मेंनया जोश और आत्मविश्वासआया है। वहीं कांग्रेसके लिए यह संदेशहै कि भाजपा अबकिसी भी तरह कीआंतरिक खींचतान से ऊपर उठकरचुनावी मैदान में है।
मांगरोलमें भजनलाल शर्मा और वसुंधरा राजेका यह संयुक्त रोडशो न सिर्फ प्रचारअभियान को धार देने वाला साबित हुआ, बल्कि इसनेभाजपा की एकजुटता औरनेतृत्व की सामंजस्यपूर्ण छविको भी मजबूती दी।अंता उपचुनाव अब केवल एकक्षेत्रीय मुकाबला नहीं रहा, बल्कियह भाजपा की राजनीतिक एकताका प्रतीक बन गया है।